हयग्रीव अपनी संगनी लक्ष्मी के साथ
Unknown Artist
तंजाऊर, तमिलनाडु
घोड़े के सिर वाले हयग्रीव, भगवान विष्णु का एक महत्वपूर्ण अवतार है। इन्हे अंध:कार को दूर करने वाला और ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है।जब ब्रह्मा सृष्टि की रचना कर रहे थे तो दो राक्षस मधु और कैटभ वेदों को लेकर भाग गए। तब विष्णु ने हयग्रीव के रूप में उनका वध करके वेदों को वापस लिया।
Tempera on panel
90.0 x 75.0cm
2019.370
छवि और पाठ © Trustees, Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya, Mumbai, 2022
Where you'll find this
Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya, CSMVS Museum, Mumbai, India
Permanent collection