मार्कण्डेय अनुग्रहमूर्ति
मैसूरु, कर्नाटक
मार्कण्डेय सिर्फ सोलह वर्ष की उम्र तक जीवित रहनेवाला था। जब यम मार्कण्डेय को लेने आए तो वह शिवलिंग से लिपट गया। यम ने अपना पाश मार्कण्डेय और शिवलिंग दोनों पर डाल दिया लेकिन शिव ने उसे मृत्यु से बचा लिया। चित्र मेंशिव और पार्वती शिवलिंग से उभर रहे हैं।
लगभग १९०१
Tempera on panel
113.5 x 88.3cm
2019.131
छवि और पाठ © Trustees, Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya, Mumbai, 2022
Where you'll find this
Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya, CSMVS Museum, Mumbai, India
Permanent collection